सिर से सम्बंधित सभी पीड़ाओं को दूर भागाने के लिए निचे दिये गये उपायों को पढ़ीये।
मिश्री, घी, मुलहठी को पीसकर सुंघाना लाभदायक है।
नमक और सनाय का चूर्ण मिलाकर 2-3 बूंद कान में टपकाने से लाभ होता है।
नमक और सनाय का चूर्ण मिलाकर जल के साथ देने से सिर की पीड़ा दूर होती है।
धनिया और आंवला समान भाग लेकर रात को भिगो दें, सुबह छानकर और उसमें मिश्री मिलाकर पीयें। इससे लाभ मिलेगा।
गजर के पत्तों में शुद्ध घी लगाकर गरम करें, इन्हीं पत्तों के गरम रस की 2-3 बूंदे कान तथा नाक में डालें। छींके आते ही सिर की पीड़ा मिट जाती है।
त्रिफला और मिश्री को घी में मिलाकर खाने से सिर की पीड़ा समाप्त हो जाती है।
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