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what is google adsense ? गुगल एडसेंस क्या है


गुगल एडसेंस गुगल द्वारा प्रदान किया हुआ वह सर्विस है जिसकी मदद से आप अपने ब्लॉग या वेबसाईट पर गुगल एडसेंस की मदद से आप गए लगा के आप गुगल से अच्छी खासी इन्कम कर सकते हैं या आप इसे गुगल एडसेंस ओनलाईन मनी मेकिंग का अच्छा तरीका कह सकते हैं।

वैसे यह गुगल एडसेंस एक एडवर्टाइजिंग रिवेन्यू शेरींग कंपनी है, जिसकी मदद से हम लोग अपनी वेबसाईट या ब्लॉग पर एड लगाते हैं। अगर आप गुगल की इस सर्विस का लाभ उठाना चाहते हैं। तो आप गुगल के सर्चबार में जाकर गुगल एडसेंस टाइप करें और गुगल एडसेंस लॉगिन वाला पेज ऑपन करके आप लॉगिन हो जायें। और अपने ब्लॉग या वेबसाईट के लिए अप्लाई करें।

गुगल एडसेंस के लिए अप्लाई करने से पहले ध्यान रहे :


1. पुरानी ब्लॉग या साईट पर एडसेंस को लगाना।

आप अपने ब्लॉग या साईट को कम से कम 6 महीने या 8-10 महीने पुरानी होने के बाद ही गुगल एडसेंस को लगायें। जिससे आपको अप्रुवल जल्दी मिल सके। वैसे जितनी पुरानी वेबसाईट उतना ही अच्छा रहेगा।

2. रेगुलर पोस्ट करना।

आप अपने ब्लॉग या साईट पर रेगुलर पोस्ट करते हों तो अच्छा रहेगा। इससे आपका गुगल एडसेंस जल्दी अप्रुव हो जायेगा। और आपको इसका कापफी पफायदा होगा।

3. किसी का कन्टेंट कॉपी न करना।

आप अपनी पोस्ट को साईट पर पोस्ट करते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जो भी पोस्ट कर रहें हैं, उसका कन्टेंट किसी और जगह से कॉपी तो किया हुआ नहीं है नहीं तो ये कॉपीराईट हो जायेगा। और आपका गुगल एडसेंस अप्रुव नहीं होगा और अगर अप्रुव हो गया है तो वह ब्लॉक हो जायेगा। जोकि आपको मंहगा पड़ सकता है।

4. पोस्ट की हुई सामग्री का ध्यान रखना।

आप जोभी पोस्ट कर रहें हैं। उसमें आप इस बात का विशेष ध्यान रखें की उसमें कोई भी गंदा वर्ड का इस्तेमाल ना करें या कोई गंदी पिक्चर ना डालें जिसे गुगल एडसेंस की पॉलिसी स्वीकार ना करती हो, वरना आपका गुगल एडसेंस ब्लॉक हो जायेगा।

5. पेयी का नाम सही डालें।

गुगल एडसेंस अप्लाई करते समय आप अपना नाम या जिसके नाम से चेक आना हो या जिसको पैसा मिलना हो उसका नाम ठीक ठीक भरें, क्योंकि गुगल एडसेंस से होने वाली कमाई टेक्सेबल है, इसलिए आप जब पेयी का नाम डालें तो ध्यान रहे कि उसके नाम की इस्पेलिंग मिसटेक ना हो जाये क्योंकी उसी के नाम से इन्कम आयेगी और बैंक में उस व्यक्ति का बैंक एकाउंट होना चाहिए, यह इन्कम टेक्सेबल है जिस व्यक्ति के नाम पैसा आयेगा उस व्यक्ति को टेक्स देना होगा। अप्लाई करते समय इस्पेलिंग का विशेष ध्यान दें अगर इस्पेलिंग में मिस्टेक होगा तो आपको भारी पड़ सकता है।

6. टर्म्स एंड कंडिशन।

आप गुगल एडसेंस की टर्म्स एंड कंडिशन को अच्छी तरह से पढ़ लें। खासकर उन बातों को ध्यान में रखें जो की आपके गुगल एडसेंस को अप्रुव होने के बाद भी आपका गुगल एडसेंस एकाउंट बैन करा सकती है।

जैसे :-

अपने ब्लॉग या साईट पर लगाये एड्स को अपन से क्लिक ना करना। जितना परमिटेड हो उससे अध्कि क्लिक आपके गुगल एडसेंस को बैन करा सकती है।

अपनी ब्लॉग या साईट पर अध्कि एड युनिट ना लगायें। यह आपके एकाउंट को बैन करा सकती है। एक बार एकाउंट बन्द हो गया तो आप कितना भी नाक क्यों ना रगड़ लो आपका एकाउंट वापिस नही चालु होगा।

7. कम से कम 50 पेज रोज व्यू होना।

जबतक आपके ब्लॉग या साईट पर कम से कम 50 पेज रोज व्यू नहीं होते तो आप गुगल एडसेंस को अप्लाई ना करें। जितना अध्कि पेज व्यू होगा उतने ही अध्कि कमाई होगी उतनी ही इन्कम आयेगी। इत्यादि

इन सब बातों का ध्यान रख कर आप गुगल एडसेंस से अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।

आप गुगल एडसेंस एड को लगा लेते हैं जिसमें गुगल की एड शो कर रही होती है अगर व्युवर आपका वो पेज ऑपन करता है जिसपर आपने गुगल एडसेंस की एक लगा रखी है, और व्युवर एड को क्लिक करता है तो आपके एकाउंट में पैसे आते हैं अगर व्युवर पेज पर आता है ओर चला जाता है तो भी गुगल एडसेंस आपको पैसा देता है।

गुगल एडसेंस की एड लगाने पर हमें गुगल एडसेंस उसका रिवेन्यू शेयर करता है। लगभग (0.1-20)डॉलर से लेकर (0.1-25)डॉलर भी मिल सकता है, ये सब लोकेशन पर डिपेंन्ट करता है। कि एड कौन सी लोकेशन पर है उह कौन सी कंट्री से देखा जा रहा है कौन सी कंट्री से क्लिक आया है।

गुगल एडसेंस आपको कम से कम केवल 100 डॉलर ही प्रोवाईड करता है बाकी उसके उपर आपकी इन्कम जितना जा सके। आप इस बात का भी ध्यान रखें की आप अपनी ब्लॉग या साईट पर लगी हुई गुगल एडसेंस एड को क्लिक ना करें।

गुगल एडसेंस से तमाम लोग बहुत सारी इन्कम कर रहें है आप भी इसकी मदद से काफी इन्कम कर सकते हैं और अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं। देखियेगा जब आपको इसकी इन्कम आने लगेगी तो बाकी काम आपको बकवास लगने लगेगा और आप केवल गुगल एडसेंस के बारे में ही सोचेंगे। कि कैसे और इन्कम आयेगी पर आपको इसपर दिलोजान से लगे रहना है अपनी इन्कम बढ़ाने के लिए और आपको पोस्ट प्रतिदिन करते रहना है या पिफर आप दो तीन दिन के अंतराल पर करते हैं तो आपका गुगल एडसेंस बहुत ही अच्छे तरीके से चलता है। आप इस कयिहाहयहियि ब्लॉग को पढ़ते रहिये और सिखते रहिये आपको इस कयासिहायकाहय ब्लॉग में बहुत कुछ सिखने को मिलेगा।

मेरी इस पोस्ट को पढ़ने के लिए शुक्रिया आगे पिफर मिलते हैं नई पोस्ट के साथ।



कमेंट करना ना भूलें।

10 great things to Whatspp / वॉट्सऐप की 10 बेहतरीन बातें

आप वॉट्सऐप को जरूर यूज करते होंगे पर आपने कभी सोचा है कि इसे और बेहतरीन कैसे बनाया जाये। आईये जानते हैं वॉट्सऐप को और बेहतरीन बनाने के तरीके जिसके जरीये आप अपने वॉट्सऐप को और बेहतरीन बना सकते हैं :-
Whatsapp-Tips-&-Tricks

1. जानें कब पढ़ा गया आपका मैसेज।
आप ने अपना मैसेज पढ़ा है या नहीं ये तो ब्लू टिक्स बता ही देते हैं। और कभी कभी यह जानना जरूरी होता है कि उसे कब पढ़ा गया है यह जानने के लिए आप उस मैसेज पर टैप कर होल्ड कीजिए और फिर इन्फो पर टैप कीजिए। आपको उस मैसेज को पढ़ने का समय पता चल जायेग। आईओएस में भी आप मैसेज को टैप करके बाईं तरफ ड्रैग करें तो जान सकेंगे कि उसे आपने किस समय पढ़ा है।

2. फोन स्विच करने पर अपनी पुरानी चैट खोने से बचाइये 

जब आप अपना  नए आईफोन पर स्विच करें या अपना पुराना ऐंड्रॉयड मोबाइल रिप्लेस करें, तो आप अपनी चैट हिस्ट्री अब नए फोन में बहाल कर सकते हैं। वैसे अधिकतर मोबाइल में होता है  अगर आपके फोन में माइक्रोएसडी कार्ड का ऑप्शन है, तो मेन्यू>सेटिंग्स>चैट सेटिंग्स>बैकअप कॉन्वर्जेशन पर जाकर अपनी पुरानी चैट्स का बैकअप लें। कार्ड को नए फोन में डालकर वॉट्सऐप इंस्टॉल करें और रीस्टोर का ऑप्शन दिखने पर रीस्टोर कर लें। और अपनी पुरानी चैट को खोने से बचाएं । अगर आपका बैकअप इंटरनल स्टोरेज में है, तो आपको चैट बैकअप दूसरे फोन तक अपने लैपटॉप या कम्प्यूटर तक मैनुअली पहुंचाना होगा। उम्मीद है कि अगली बिल्ड में गूगल ड्राइव का सपोर्ट वॉट्सऐप पर मिलने लगेगा। आईओएस यूजर्स इंस्ट्रक्शन्स के लिए ऐपल की वेबसाइट चेक करें।

3. बिना किसी को पता लगे की ग्रुप मैसेज है एकसाथ भेजें मेसेज 

कई बार आप कई सारे लोगों को एकसाथ मेसेज भेजना चाहते हैं, लेकिन यह नहीं चाहते कि उन सभी को पता हो कि यह एक ग्रुप मेसेज है। ब्रॉडकास्ट फीचर की मदद से आप ऐसा कर सकते हैं। कई सारे कॉन्टैक्ट्स को एकसाथ मेसेज भेज सकते हैं, लेकिन वह मेसेज ऐसा ही दिखेगा, जैसे वह बातचीत सिर्फ आप दो लोगों के बीच हुई हो। ऐंड्रॉयड में मेन्यू में जाकर 'न्यू ब्रॉडकास्ट' चुनें। आईओएस में चैट स्क्रीन पर ब्रॉडकास्ट लिस्ट टैप कर 'न्यू लिस्ट' को चुनें। अब आपको जो भी रिप्लाई करेगा, वह सिर्फ आपको ही दिखाई देगा।

4. डिलीट हुए मेसेज वापस पाएं

वॉट्सऐप आपके सारे मेसेजेस का आपकी डिवाइस पर रोज़ सुबह 4 बजे बैकअप क्रिएट करता है। किसी डिलीट हो गए मेसेज को वापस हासिल करने का सबसे आसान तरीका ऐप को अनइन्स्टॉल कर रीइन्सटॉल करना है।इस प्रोसेस के दौरान आपसे बैकअप रीस्टोर करने के लिए कहा जाएगा। यह पिछले 7 दिन कवर करेगा। अगर आप ऐंड्रॉयड पर और भी पुरानी चैट को रीस्टोर करना चाहते हैं तो ES फाइल एक्सप्लोरर जैसी ऐप डाउनलोड करें, एसडीकार्ड/वॉट्सऐप/डेटाबेसे पर जाकर अपने बैकअप्स देखें। जो फाइल आप रीस्टोर करना चाहते हैं उसका नाम बदलें और सेटिंग्स>ऐप्स>वॉट्सऐप>क्लियर डेटा पर जाकर उसे स्टार्ट करें और प्रॉम्प्ट किए जाने पर रीस्टोर करें। यह टिप सिर्फ ऐंड्रॉयड के लिए है। अगर कोई चैट्स हैं जिनपर आपको रोजाना जाना ही होता है, उनका शॉर्टकट अपने होम स्क्रीन पर क्रिएट कर आप डायरेक्टली उनपर पहुंच सकते हैं। टाइम बचेगा!

5. ग्रुप चैट नोटिफिकेशन म्यूट करें

कभी-कभी ग्रुप कॉन्वर्जेशन में आ रहे बिना मतलब के मेसेज से कोफ्त होने लगती है। दुविधा तब होती है जब आप ग्रुप छोड़ भी नहीं सकते और लगातार आ रहे मेसेज बर्दाश्त भी नहीं होते। अगर आपके पास आईफोन है तो ग्रुप चैट खोलें, सब्जेक्ट पर टैप कर ग्रुप इन्फो स्क्रीन पर जाएं और म्यूट को टैप कर दें। वहीं, ऐंड्रॉयड में चैट खोलें, मेन्यू बटन को टैप करें और म्यूट पर टैप कर दें।

6. कैमरा रोल में वॉट्सऐप इमेज आने से रोकने के लिए

कोई नहीं चाहेगा कि वॉट्सऐप पर आने वाली सभी तस्वीरें गैलरी में दिखाई दें। आईओएस में इसका आसान समाधान है। सेटिंग्स>प्रिवेसी>फोटोज़ पर जाएं और वॉट्सऐप को ऑफ कर दें। ऐंड्रॉयड के लिए ES फाइल एक्सप्लोरर इन्स्टॉल करें, एसडीकार्ड/वॉट्सऐप/मीडिया पर जाएं और बाईं तरफ नीचे से जो भी फोल्डर आप शेयर नहीं करना चाहते हैं, उसपर 'न्यू' ऑप्शन टैप करें और .nomedia. फाइल क्रिएट कर दें। आपकी तस्वीरें अब गैलरी में नहीं दिखेंगी।

7. चैट्स के लिए शॉर्टकट क्रिएट करें

आपको सिर्फ उस चैट को टैप कर होल्ड करना है जिसका शॉर्टकट आप चाहते हैं और पॉप अप मेन्यू से ऐड कॉन्वर्जेशन शॉर्टकट को चुनना है। अब यह चैट आपकी होमस्क्रीन पर दिखने लगेगी। अपने हिसाब से उसे ड्रैग कर अजस्ट कर लें।

8. कम्प्यूटर पर इस्तेमाल करें वॉट्सऐप

अगर आपके कम्प्यूटर या लैपटॉप पर गूगल क्रोम ब्राउजर है तो वॉट्सऐप वेब पर जाकर अपने फोन के लिए इन्स्ट्रक्शन फॉलो करें। सुनिश्चित करें कि आपका फोन इंटरनेट पर कनेक्टेड हो। वाई-फाई से कनेक्टेड हो तो बेहतर है क्योंकि वेब ऐप आपके फोन से ही सब सिंक करता है। वॉट्सऐप खोलें, मेन्यू में वॉट्सऐप वेब ऑप्शन ढूंढें और ब्राउजर से QR कोड को स्कैन करें। अब आप अपने पीसी या लैपटॉप से चैट कर सकते हैं और नोटिफिकेशन्स देख सकते हैं। आईओएस पर फिलहाल यह सुविधा नहीं है।

9. वॉट्सऐप ऐप को अधिकतर लॉक करके रखें 

आईओएस पर इसके लिए कोई खास ऐप्स नहीं हैं, लेकिन ऐंड्रॉयड पर आपके पास कई विकल्प मौजूद हैं जिनसे आप पासवर्ड या पिन के जरिये ऐप को सिक्यॉर कर सकते हैं। मेसेंजर ऐंड चैट ब्लॉक, ऐपलॉक या स्मार्टऐपलॉक जैसे ऐप्स ट्राई करें। इनमें से कुछ ऐप्स तो बिना पिन के ऐप खोलने की कोशिश करने वाले की तस्वीरें भी ले लेती हैं, ताकि आप जान सकें कि आपकी जासूसी कौन कर रहा है। विंडोज फोन पर आप वॉट्सऐप लॉकर ट्राई कर सकते हैं। ब्लैकबेरी पर लॉक फॉर वॉट्सऐप मेसेंजर ट्राई करें।

10. 'लास्ट सीन' टाइम स्टैम्प को छुपाएँ 

जब आप वॉट्सऐप पर किसी कॉन्टैक्ट को देखते हैं तो उनके नाम के नीचे 'लास्ट सीन' टाइम लिखा होता है। इससे पता चलता है कि उन्होंने ऐप पिछली बार कब चेक किया था। अगर आप नहीं चाहते कि लोगों को पता चले कि आप कब-कब ऑनलाइन थे, तो अपना 'लास्ट सीन' ऑफ कर सकते हैं। सेटिंग्स>अकाउंट>प्रिवेसी पर जाएं, लेकिन याद रखें कि अपना लास्ट सीन टाइम बंद करने के बाद आप भी किसी और का लास्ट सीन नहीं देख सकेंगे। आप अपना प्रोफाइल फोटो, स्टेटस और रेड रिसीट को भी प्रिवेसी मेन्यू में जाकर हाइड कर सकते हैं।

दोस्तों आप इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए वॉट्सऐप को बढ़िया तरीके के साथ उसे इस्तेमाल कर सकते हैं ।



वाई-फाई से अपने घर को चुस्त और दुरूस्त बनाईये

आप अपने घर पर वाई-फाई राउटर लगवाते हैं या लगवा रखा है तो यह जानकारी आपको बहुत ही फायदेमंद हो सकती है इसे ध्यान से पढ़ीयेगा। आईये जानते हैं वाई-फाई राउटर के बारे में, जब आप राउटर लगवाते हैं तो इसे सर्विस प्रोवाईडर व आई टी वाले के द्वारा सेट कर दिया जाता है और आप जब तक इस्तेमाल करते हैं तब तक यह यूं ही चलता रहता है। और किसी भी प्रकार की समस्या के लिए आपको दूसरे का इंतजार ही करना पड़ता है। लेकिन अगर आप इसके बार में जानते हैं तो आपको दूसरे व्यक्ति का इंतजार नहीं करना पड़ता है। आप खुद के जरिये कई समस्याओं का निपटार कर सकते हैं, आपने वाई-फाई सेटअप में और फीचर ऐड कर सकते हैं और लोगों को वाई-फाई चुराने से रोक सकते हैं आईये जानते हैं यह कैसे होगा :-

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अगर आपको अपने घर में वाई-फाई ठीक से नहीं मिल रही है तो आप यह चेक किजिए कि राउटर कहाँ पर रखा है आपका राउटर आईना एवं इलैक्ट्रिक चीजों से दूर रहना चाहिए, और सामान्यतः होम राउटर की रेंज करीब 100 फुट के लगभग होती है। राउटर का सिग्नल ऑम्निडायरेक्शनल होता है, यानी यह हर दिशा में जाता है इसलिए इसे घर के बीच में रखें।

आपको अपने राउटर को किसी ऊची जगह पर रखना चाहिए, क्योंकि वाई-फाई सिग्नल नीचे की तरफ टै्रवल करते हैं और आप राउटर को अपने छत से एक चौथाई नीचे की तरफ रखें क्योंकि छत के नीचे रहने से सिग्नल इंटरप्शन भी नहीं आएगा।

आप अपने राउटर के एन्टीना को चेक करें जरूरी नहीं है कि वह बेस्ट हो । कई मैन्युफैक्चरर राउटर सस्ता करने के चक्कर में बेकार ऐन्टीना लगा देते हैं बेहतर होगा आप एन्हांस्ड वर्जन वाले राउटरर्स के ऐन्टेना स्विच कर सकते हैं ये ऐन्टीना आसानी से निकाले और लगाये जाते हैं। ध्यान रहे कि हाईग्रेन ऐन्टीना आमतौर पर एक ही दिशा में सिग्नल थ्रो करते हैं। आपको राउटर इसी हिसाब से रखना होगा। या फिर एक बूस्टर ऐन्टीना ले लें। यह सामान्य ऐन्टेना की तरह काम करता है, लेकिन रेंज और स्ट्रेंथ बढ़ा देता है। ऐन्टीना के बारे में ये सब बाते ध्यान रहे।

अधिकतर व्यक्तियों ने कभी राउटर सॉफ्रटवेयर इंटरफेस में मौजूद सेटिंग्स न तो देखी है और न छेड़छाड की है कुछ राउटर्स में ट्रांसमिशन पावर अर्जेस्ट करने की सेटिंग होती है। ट्रांसमिशन पावर बढ़ने की वजह से कवरेज एरिया भी ज्यादा हो जाता है। आप डिफॉल्ट वायरलेस ब्रॉडकास्ट चैनल से दूसरे चैनल पर जाकर अपना वाई-फाई सिग्नल ठीक कर सकते हैं। वाई-फाई सिग्नल बढ़ाने के लिए रिपीटर इस्तेमाल करें । रिपीटर आपके वाई-फाई राउटर से सिग्नल उठाकर उसे और आगे भेजता है और रेंज बढ़ जाती है।

आपको सुनिश्चित करना होगा कि राउटर और रिपीटर के एक जैसी ही वाई-फाई SSID नाम और सिक्युरिटी सेटिंग्स हों। इसके बाद आपको राउटर्स का आईपी एड्रेस कॉन्फिगर कर उन्हें स्टैटिक अड्रेस देना होगा ताकि वे एक दूसरे से कॉन्फ्रिलक्ट न करें और रिपीटर पर DHCP सेटिंग्स बंद करनी होगी।

और राउटर रिपीटर को अलग अलग ब्रॉडकास्ट चैनल पर कॉनफिगर करना होगा, जब सेटिंग हो जाये तो ऐसी जगह लगायें जहाँ से वह राउटर से सिग्नल को कैच कर ले।

दो थर्ड पार्टी हैक जिनके जरिये सिग्नल को इम्प्रुव किया जा सकता है और राउटर का कवरेज एरिया बढ़ाया जा सकता है।

सॉफ्रट ड्रिंक कैन को आधा काटकर उसे पैराबॉलिक आकार दे दें और अपने वाई-फाई ऐन्टीना के पास रख दें। इससे सिग्लन एक दिशा में बढ़ेगा और बूस्ट भी होगा। आप साधारण ऐल्युमिनियम फॉइल को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उसी प्रक्रिया की तरह फॉइल को पैराबॉलिक आकार में मोंडे और अपने राउटर के ऐन्टीना के आसपास लगा दें । इससे सिग्नल इम्प्रुव होगा।

अगर आप पहली बार राउटर सेटिंग में बदलाव कर रहें हैं तो थोड़ा कठिन लगेगा। इसके लिए तैयार रहें। सबसे पहले आपको अपना आईपी एड्रेस पता होना चाहिए। विंडोज पीसी पर कमांड प्रॉम्प्ट खोलें ( Win+R दबाएं और cmd टाईप करें ) फिर आईपीकॉनफिग टाईप करें। आईपीकॉनफिग खुलने के बाद, ‘डिफॉल्ट गेटवे’ आईपी एड्रेस पर जाएं।

मैक पर 'नेटवर्क ईवे' आईपी अड्रेस खोलें। नेटवर्क प्रेफरेंस कोलें और राउटर के पास लिखे आईपी अड्रेस को कॉपी कर लें।

राउटर के आईपी अड्रेस को वेब ब्राउजर में खोलने पर आपसे यूजरनेम और पासवर्ड मांगा जाएगा। यह आमतौर पर admin और pass word या admin और admin का कॉम्बिनेशन होता है अगर आपने न बदला हो तो। लॉग इन होने के बाद आप अपने राउटर की बेसिक सेटिंग्स जैसे वाई-फाई का नाम, सिक्यॉरिटी टाइप और पासवर्ड बदल सकते हैं।

अपने नेटवर्क को और सिक्यॉर बनाने के लिए WPA2-AES टाइप ऑफ सिक्यॉरिटी चुनें। आप वाई-फाई नेटवर्क की ब्रॉडकास्टिंग भी बंद कर सकते हैं। ऐसे केस में किसी भी डिवाइस से नेटवर्क का नाम नजर नहीं आएगा। इसे मैनुअली कनेक्ट करने के लिए आपको वाई-फाई का नाम और पासवर्ड मालूम होना जरूरी है।

अगर आप सिक्यॉरिटी के प्रति ज्यादा संजीदा हैं, तो अधिकतर राउटर्स में मैक आईडी फिल्टर करने की सेटिंग भी होती है। यानी आप इसमें अपने सभी डिवाइसेज का मैक आईडी इसमें एंटर कर सकते हैं और सिर्फ वे आईडी ही आपके वाई-फाई से कनेक्ट हो सकेंगे।
यह थोड़ा मुश्किल काम है। हो सकता है कि आपने एक पार्टी में अपने दोस्तों को वाई-फाई का पासवर्ड बता दिया हो और वह फैल गया हो। या शायद अड़ोस-पड़ोस में किसी को आपका पासवर्ड पता लग गया हो और वह उसे बिना आपके जाने इस्तेमाल कर रहा हो।

आपको उसे लॉक करना होगा जिससे वह आगे जाकर आपकी सिक्यूरिटी के लिए खतरा पैदा न करे। विंडोज के लिए बना वायरलेस नेटवर्क वॉचर सॉफ्रटवेयर प्रोग्राम इन्स्टॉल करना,, जो आपके वाई-फाई को स्कैन करता है और उन सभी डिवाईसेस की लिस्ट बना के दिखाता है जो नेटवर्क से कनैक्ट हैं और उनके आईपी एड्रेस, मैक एड्रेस और दूसरे डीटेल्स भी बताता है जिसके जरिये आपका वाई-फाई सुरक्षित बनता है।

आप हमारे इस ब्लॉग से जुड़े रहिये और अध्कि से अध्कि जानकारी हिन्दी भाषा में लेते रहिये जो आपके बहुत ही उपयोगी सि( होगी।


Block Websites Window 8 /7/ XP / विंडोज में किसी भी साईट को ब्लॉक करें।

 
आप अपने PC , Computer, Laptop  पर किसी भी वेबसाईट को ब्लॉक करें वो भी बिना किसी सॉफ्रटवेयर के ।

आइये जानते हैं यहाँ आपको Facebook की साईट को Block करके दिखाया जायेगा। यहाँ ब्लॉक की हुई वेबसाईट सभी ब्राउजर पर Block हो जायेगी। वो भी बिना किसी सॉफ्रटवेयर ओर प्रोक्सी सर्वर के। आप किसी भी कम्प्यूटर पर कर सकते हैं विंडोज, एक्सपी, विस्ता, इत्यादि जो भी हो। यहाँ आपको एक फाईल के जरीये साईट को Block कर के दिखाया जा रहा है।

यहाँ आपको Host.text  नाम की फाईल Edit करनी है आईये देखते हैं कि यह फाईल कहाँ होती है। Host फाईल को Edit करने के लिए आपको अपने कम्प्यूटर या लेपटॉप में My Computer > Local Disk (C:) > Windows > System32 > Driver >etc  के फोल्डर में जाना है वहाँ आपको Host.text नाम की फाईल मिलेगी। जैसा कि नीचे पिक्चर में दिखाया गया है।

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हमें Host नाम की फाईल Edit करनी है इसके लिए आप पहले इसकी Copy करके Dekstop पर रख लीजिए एैसा इसलिए करना होता है कि अगर आपकी Edit की हुई फाईल Corrupt हो जाये तो आपकी यह फाईल सुरक्षित पड़ी रहे। जिसको दुबारा इस्तेमाल में लिया जा सके।

आप जैसे ही Copy Paste करेंगे तो आके सामने Option खुलेगा क्योंकि यह हमारे विंडोज की डायरेक्टरी है इसलिए बताया जायेगा की आप तभी Paste कर सकते हैं जब आपके पास Administrator Password हों, तो आप Continue का बटन Click करें और वह फाईल पेस्ट हो जायेगी।

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इसके बाद आप कॉपी की हुई फाईल को नोटपेड में ऑपन कर लें ऑपन करने के बाद आपको फाईल निचे दिये गये पिक्चर के अनुसार दिखाई देगी और आप उसमें 127.0.0.1 Localhost को कॉपी करके निचे खाली जगह में पेस्ट करलें और आपको जोभी साईट ब्लॉक करनी है उसका Website Name कॉपी करके Localhost वाली जगह पर पेस्ट कर दें। जैसे www.facebook.com पेस्ट कर दें। और उसी फोल्डर में उस फाईल को पेस्ट कर दें।

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फिर आप किसी भी Web Browser में जाकर उस साईट को ऑपन करके देखें वह ऑपन नहीं होगी। बाकी दूसरी साईटें आसानी से ऑपन हो जायेगी।

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और अगर आप और किसी साईट को Block करना चाहते हैं तो आप 127.0.0.1  में 1  की जगह 2 करके दूसरी साईट का नाम टाईप करके सेव करें और देखें वह साईट भी ऑपन नहीं होयेगी।

Free Big Data Sending with Gmail / फ्री में जीमैल के द्वारा बड़ी साईज की फाईल भेजीये।

कभी कबार व्यक्ति को बड़ी साईज की फाईल मैल करनी पड़ती है, इसके लिए कई वेबसाईट है पर उनका इस्तेमाल करने पर वह आपको कुछ ही डाटा फ्री में भेजता है और इसके बाद आपसे फाईलें भेजने का चार्ज करता है इस समस्या से निजात पाने के लिए आपको जीमैल ने Google Drive में लगभग 18 जीबी का स्पेस दे रखा है जिसका उपयोग करके आप अपनी बड़ी साईज की फाईलों को बिना किसी को चार्ज दिये मैल कर सकते हैं।

इसके लिए आपको अपने जीमैल के एकाउंट से लॉगिन करके Compose करना है और आपको सारा प्रोसेसिंग वैसे ही करना है जैसे आप किसी को मैल करते वक्त करते हैं, बड़ी साइज की फाईल होने पर आपको Google Drive  के आईकॉन पर क्लिक करना होता है निचे आपको पिक्चर में दिखाया गया है

Free Big Data Sending with Gmail


जब आप Google Drive  क्लिक करते हो तो आपके सामने निचे दिखाये पिक्चर के अनुसार बॉक्स खुल जाता है इसमे आप अपनी फाईल को डेग करके भी या फिर Select Files from your Computer  को क्लिक करके भी उसमें उपलोड कर सकते हैं।

Free Big Data Sending with Gmail


Free Big Data Sending with Gmail

Free Big Data Sending with Gmail

Free Big Data Sending with Gmail

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अपलोड होने के बाद आप  शेयर एंड सेंड पर क्लिक करें इसके बाद आप सेंड कर दें फाइल भेज दें। 


Google Drive   को आप हार्ड डिस्क के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप जब चाहें इसका डाटा इस्तेमाल करें।

मेरे कम्प्युटर में फाईल छुपी (Hide) हुई है वो कैसे दिखाई देगी ?

कम्प्युटर में फाईल Hide होने के बाद दिखाई नहीं देती है, अगर आप अपने कम्प्युटर में फाईल को Hide करके भूल गये हो तो उसे देखने के लिए आपको Folder Option का स्तेमाल करना पड़ेगा।

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